जयपुर | पीरमश्री स्कूल में बच्चों की वाटिका के को निजी फर्म के जिरिया शिक्षकों को लगाने को लेकर सिविल लाइन प्राथमिक शिक्षक (संविदा) लगातार जिरिया, सिविलन शिक्षक (संविदा) के लिए जिरिया में निजी फर्म के जिरिया लगाए गए हैं। इनको सीधे नहीं लगाकर निजी फर्म के जिरिया लगाए गए, जिससे शिक्षकों में भारी रोष है।
विवाद का कारण: पीरमश्री स्कूल में बाल वाटिका के लिए निजी फर्म के जिरिया शिक्षकों की नियुक्ति।
शिक्षकों का विरोध: संविदा शिक्षक इस निर्णय से नाराज हैं और इसे अनुचित मानते हैं।
स्थान: जयपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़, करौली, जोधपुर सहित कई जिलों में निजी फर्म से अवैध तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति।
सरकारी दखल: सरकार ने इस मामले में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
इस प्रकरण ने निजी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि इस तरह की नियुक्ति से उनके समान अवसरों का हनन हो रहा है। कई जिलों में इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि निजी फर्मों के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति पारदर्शिता और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है।
यह विवाद शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की जरूरत को दर्शाता है। सरकार को चाहिए कि वह इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करे और निजी फर्मों के हस्तक्षेप को रोके। क्या आप इस मुद्दे पर अपनी राय देना चाहेंगे? नीचे कमेंट करें और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें!